मिसिर जी (श्री महाबल मिश्र, सांसद) न आये तो क्या,
२ करोड़ रुपे देंगे - पर साल बोले थे तो क्या,
बाजुएँ हमारी सशक्त है,
हौंसले हमारे बुलंद हैं,
बोले छठ मैया जी जय..
हम खुद ही सफाई करेंगे,
लिपाई ... सबसे सुंदर लगे घाट अपना बोले छठ मैया की जय |
लो जी, सांसद जी को पता चला, लोग नाराज़ है, तुरंत फुरंत जे सी बी बुलाया गया, तालाब के किनारे किनारे एक नाला सा खुदवाया गया, बोले छठ मैया की जय |
जी, इ ट्यूबवेल .... तेज़ धार पानी की, नाले को भरा जाएगा, बोले छठ मैया की जय |
पूरी पूजा तक देखेंगे पंजाब मे तो ऐसी पूजा देखने का अवसर नही मिलता। धन्यवाद।
ReplyDeleteछठ मैया की जय!
ReplyDeleteतस्वीरों भरी कहानी तो बहुत प्यारी है...
ReplyDeleteऔर कटु-सत्य भी
अपनी मेहनत से बने ताल पर गर्व तो अवश्य अधिक होता पर शायद छठ मैया को पूजा से मतलब है, कैसे बना इससे नहीं? आप के चित्रों में पूरी कहानी है.
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