मेरे ही किस्म के जोगी ठाकुर थे ..... सुनिए आशीर्वाद फिल्म का ये गीत : एक था बचपन ... प्यारा सा बचपन.
आपने पता नहीं गीत सुना या नहीं - पर ये भावुक था. बचपन..... इन चित्रों को देखिये और सोचिये इस बचपन को खुश रहने के लिए पैसे की जरूरत नहीं है. समर्थ पापा के पास समय नहीं है... वो महरूम है - ऐसी जगह पापा जाने नहीं देते ... बचपन पर पहरा है... उ कम कमाने वाले ... सभ्रांत घरों में नौकरी करने वाले - अपने बच्चो को ज्यादा समय देते हैं - और उन बच्चों का बचपन ज्यादा खुशहाल होता है... टचवूड ....